ओपन हार्ट सर्जरी ( Open Heart Surgery) :-
ओपन हार्ट सर्जरी हार्ट से जुड़ी बिमारियों से सम्बंधित होती है। यह एक तरह की ऐसी सर्जरी है जिसमें चीरा लगा कर छाती को खोला जाता है तथा दिल की मांसपेशियों की, धमनियों की तथा वाल्व की सर्जरी की जाती है।
जैसे-जैसे विज्ञान प्रगति की ओर जा रहा है चिकित्सा क्षेत्र में भी कई प्रकार के बदलाव देखने को मिल रहे है। आज ह्रदय की बड़ी से बड़ी बीमारी के इलाज के लिए यह आवश्यक नहीं है की चीरा लगाया जाये।
एक छोटे से छेद के द्वारा भी आज के समय में बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज संभव हो गया है। यही कारण है की आजकल लोग ओपन हार्ट सर्जरी से दूर भाग रहे है। आजकल लोगों का रुझान ओपन हार्ट सर्जरी की ओर से हटता जा रहा है ।
ओपन हार्ट सर्जरी खास तौर पर कोरोनरी दिल की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति की की जाती है। कोरोनरी ह्रदय रोग ऐसा रोग है जिसमें व्यक्ति की धमनियों के भीतर एक पदार्थ जमने लगता है तथा जिसके कारण रक्त का प्रवाह ह्रदय तक नहीं जा पता है। और व्यक्ति में हार्ट अटैक होने की सम्भावना हो जाती है।
नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टिट्यूट ( (NHLBI) के अनुसार कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफ्टिंग (CBAG) ओपन हार्ट सर्जरी का सबसे सामान्य प्रकार है जो कि विशेषकर वयस्कों पर किया जाता है।
ओपन हार्ट सर्जरी कब की जाती है ? ( When is open heart surgery done?)
कोरोनरी हृदय रोग वाले लोगों के लिए बाईपास सर्जरी आवश्यक है। कोरोनरी हृदय रोग तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को रक्त और ऑक्सीजन प्रदान करने वाली वाहिकाएं सख्त हो जाती है तथा फैटी पदार्थ कोरोनरी धमनियों की दीवारों पर चिपक जाती है ।
जिससे रक्त का निकलना मुश्किल हो जाता है। जब व्यक्ति के ह्रदय तक रक्त ठीक से नहीं पहुंच पाता है, तो व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ सकता है।
ओपन हार्ट सर्जरी क्यों करते है? (Why is open heart surgery done?)
- हार्ट वोल्व को बदलने के लिए – हृदय के वाल्वों (Heart valve) की मरम्मत करना या उन्हें रिप्लेस करने के लिए भी ओपन हार्ट सर्जरी का प्रयोग किया जाता है।
- हार्ट के खराब हिस्सों की मरम्मत के लिए – ओपन हार्ट सर्जरी का प्रयोग दिल के क्षतिग्रस्त या खराब हिस्सों की मरम्मत करने के लिए भी किया जाता है।
- दिल में मेडिकल डिवाइस फिट करने के लिए – हार्ट में मेडिकल डिवाइसेस को फिट करना जो दिल को ठीक से धड़कने में मदद करते है, के लिए ओपन हार्ट सर्जरी की मदद ली जाती है।
- हार्ट ट्रांसप्लांट के उद्देस्य से – हार्ट ट्रांप्लांट के उद्देश्य से भी ओपन हार्ट सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है।
- कोरोनरी हृदय रोग की स्थिति में – जब किसी व्यक्ति को कोरोनरी हृदय रोग होता है, तब भी डॉक्टर उस व्यक्ति को ओपन हार्ट सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
ओपन हार्ट सर्जरी कैसे की जाती है ?(How is open heart surgery performed?)
किसी भी प्रकार की सर्जरी की विधि उसकी तैयारी से लेकर उसके पूर्ण होने तक में शामिल होती है। ओपन हार्ट सर्जरी न्यूनतम 5 – 6 घंटे तक चलने वली सर्जरी है।
इस प्रकार की सर्जरी की क्रियाविधि को निम्नलिखित प्रकार से विस्तृत है :-
- सबसे पहले डॉक्टर मरीज़ से उसकी पूरी जानकारी मांगते है। उसकी पहले से चल रही कोई बीमारी या उसकी दवाओं की जानकारी।
- डॉक्टर मरीज से यह भी सुनिश्चित करता है की उसे किसी दवा से किसी प्रकार की कोई एलेर्जी तो नहीं है।
- सर्जरी के कुछ दिन पहले से ही मरीज को खाने -पीने में परहेज करने की सलाह दी जाती है।
- सर्जरी के पहले मरीज़ का खाना पीना बंद कर दिया जाता है। उसे आरामदायक कपड़े दिए जाते है।
- ओपन हार्ट सर्जरी के लिए सर्जन मरीज को एनेस्थीसिया देता है , जिससे ऑपरेशन के समय पेशेंट सोता रहे और उसे दर्द का एहसास न हो ।
- उसके बाद मरीज़ की छति में 8-10 इंच का चीरा लगाया जाता है।
- सर्जन पेशेंट के दिल तक पहुंचने के लिए ब्रेस्टबोन ( breastbone ) को खोलता है।
- जब हार्ट दिखाई देने लगता है तो मरीज़ के हार्ट को बाईपास मशीन से जोड़ दिया जाता है क्योंकि इस स्टेज पर मरीज़ का हार्ट काम करना बंद कर देता है।
- फिर सर्जन मरीज़ की ब्लॉक्ड आर्टरीज़ के लिए अलग से हेअल्थी आर्टरीज़ से जोड़ देता है।
- सर्जन ब्रेस्टबोन को पुनः जोड़ने के लिए वायर का उपयोग करते है। एवं उसे जोड़ने के बाद वायर को अंदर ही छोड़ देते है।
- अंत में चीरे को सील दिया जाता है।
ओपन हार्ट सर्जरी के बाद की अपनाई जाने वाली सावधानियां ( Precautions to be taken after open heart surgery) :-
- कट की देखभाल :- जैसा कि ऊपर बताया गया है, इस सर्जरी के दौरान व्यक्ति के शरीर में एक कट बनाया जाता है। इस कट को भरने में कुछ समय लगता है इसलिए व्यक्ति को इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए ताकि उसे किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
- दर्द कम करना :- किसी भी अन्य सर्जरी की तरह, ओपन हार्ट सर्जरी के बाद व्यक्ति को दर्द होता है। व्यक्ति को किसी भी प्रकार का दर्द होने पर दर्द निवारक दवा लेनी चाहिए, लेकिन यह कदम डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी चाहिए।
- पर्याप्त नींद लेना :- विशेषज्ञों द्वारा नींद को एक स्वस्थ व्यक्ति की पहचान बताया गया है, इसीलिए वे सभी लोगों के लिए पर्याप्त नींद (लगभग 8 घंटे) लेने पर जोर देते हैं। यह इस सर्जरी से गुजरने वाले व्यक्ति पर भी लागू होता है क्योंकि इससे उसे तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।
- पौष्टिक भोजन करना :- अगर किसी व्यक्ति की हाल ही में ओपन हार्ट सर्जरी हुई है तो उसे अपने खान-पान पर पूरा ध्यान देना चाहिए। एक संतुलित आहार के फायदे बहुत होते है। यह किसी भी प्रकार के घाव को भरने में सहायता करते है। व्यक्ति को केवल पौष्टिक भोजन एवं संतुलित आहार का ही सेवन करना चाहिए क्योंकि यह भोजन उसके शरीर पर आवश्यक ऊर्जा की खपत करता है, जिससे उसे जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
- धूम्रपान न करें :- यह तथ्य सभी जानते हैं कि धूम्रपान का हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और यह कई बीमारियों (फेफड़ों का कैंसर) का कारण भी बनता है। इस कारण ओपन हार्ट सर्जरी कराने वाले व्यक्ति को धूम्रपान नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
- व्यायाम :- इस सर्जरी के बाद शीघ्र स्वस्थ होने में व्यायाम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है क्योंकि यह शरीर की मांसपेशियों को खोलता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इसी वजह से अगर किसी व्यक्ति की हाल ही में ओपन हार्ट सर्जरी हुई है तो उसे एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
- उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना :- इस सर्जरी के बाद व्यक्ति को अपने शरीर का पूरा ध्यान रखना चाहिए और उसे अपने उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना चाहिए क्योंकि ये दोनों बढ़ते या घटते हैं। इनमें से किसी एक के बढ़ने से व्यक्ति के हृदय पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
FAQ ( अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ):-
१/ ओपन हार्ट सर्जरी में कितना पैसा खर्च होता है?
ओपन हार्ट सर्जरी का खर्च विभिन्न स्थानों पर भिन्न – भिन्न होता है।अगर किसी प्राइवेट हॉस्पिटल की देखे तो ओपन हार्ट सर्जरी का खर्च कम से कम 5 – 6 लाख रूपए तक होते है। वहीँ अगर सरकारी हॉस्पिटल की बात करे तो वहां 15000 – 1 लाख तक का खर्च होता है।
२/ हार्ट सर्जरी कितनी सफल होती है?
इस बात की 100 प्रतिशत पुष्टि करना मुश्किल है की ओपन हार्ट सर्जरी कितनी सफल होती है। परन्तु एक रिपोर्ट के अनुसार जितनी भी हार्ट सर्जरी करी जाती है, जैसे कोरोनरी बाईपास सर्जरी (25 प्रतिशत), बच्चों की हार्ट सर्जरी (20 प्रतिशत), वाल्व रिप्लेसमेंट (50 प्रतिशत) व एन्यूरिज्म (5 प्रतिशत) तक किए जा रहे हैं, जिनमें सफलता की दर 95 प्रतिशत फीसदी तक है।
३/ क्या ओपन हार्ट सर्जरी का कोई साइड इफेक्ट है?
ओपन हार्ट सर्जरी के साधारणतः कोई बड़े दुष्प्रभाव नहीं देखे गए है। परन्तु सर्जरी के बाद पेशेंट को कुछ तकलीफों का सामना करना पड़ता है जो नम्नलिखित है:-
सूजन आना – ग्राफ्टिंग ( यह एक ऐसी सर्जरी है, जो कोरोनरी आर्टेरी या हृदय धमनियों के बिच से हृदय में रक्त के प्रवाह को तेज़ करती है। ) के दौरान मरीज के पैरों में चीरा लगाया जाता है जिससे बाद में पैरों में सूजन की समस्या आना आम बात हो जाती है।
भूख में कमी आना – सर्जरी के कुछ दिनों बाद, मरीज़ को स्वाद और भूख में कमी आने की समस्या आती है ।
मिचली आना – व्यक्ति को किसी किसी स्थिति में मतली आने की समस्या देखि जाती है।
नींद न आने की समस्या – सर्जरी के बाद नींद न आने की या बार- बार नींद टूटने की समस्या सामान्य है।
कब्ज़ होना – सर्जरी के बाद कब्ज़ होना बहुत आम बात है ,जो फाइबर युक्त खाना खाने से दूर हो जाती है।
गांठ महसूस होना – कभी – कभी चीरा लगे स्थान पर गांठ महसूस होती है जो संक्रमण का संकेत होता है।
सर्जरी के बाद, कभी-कभी मरीज़ की छाती से क्लिक की आवाज आती है। यदि वह खुद ठीक न हो , तो डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।
४/ हार्ट सर्जरी कितनी सुरक्षित है?
ओपन हार्ट सर्जरी में जेनेरल एनेस्थीसिया का प्रयोग किया जाता है । इसलिए मरीज को सर्जरी के दौरान दर्द नहीं होता है, लेकिन एनेस्थीसिया का असर खत्म होने के बाद सीने में दर्द महसूस होता है। यह एक बड़ा ऑपरेशन हैं तो इसमें जोखिम की सम्भावना काफी हद तक होती है। अक्सर रिकवरी में कुछ समय भी लग जाता है। परन्तु डॉक्टर के द्वारा सुझाये गए आदेशों का पालन कर के जल्दी ठीक होते है।
५ / ओपन हार्ट सर्जरी से पूरी तरह ठीक होने में कितना समय लगता है?
रिकवरी में कितना समय लगेगा यह सर्जरी के प्रकार, उसकी जटिलता और सर्जरी के पहले के व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ओपन हार्ट सर्जरी प्रक्रिया से ठीक होने में 1 -2 सप्ताह तक का समय लग जाता है और कभी-कभी अधिकतम 1 महीने तक का समय भी लग सकता है।